पीएचक्यू के फरमान से हडकंप, थाना प्रभारियों को एकतरफा किया रिलीव
भोपाल । राजधानी पुलिस इन दिनों गहरी नींद में सो रही है। 45 इंस्पेक्टर के तबादले होने के बाद भी उनको नए स्थान के रिलीव नहीं किया जा रहा था। थाना प्रभारी भी थानों में जमकर मौज काट रहे थे। जबकि दूसरे जिलों से इंस्पेक्टर के रवानगी मिलने के बाद वहां के थाने खाली थे और अधिकारी नए इंस्पेक्टर का इंतजार कर रहे थे। तबादले होने के बाद भी नए स्थान पर अपनी ज्वाइन नहीं करने की जानकारी पुलिस मुख्यालय को लगी तो उन्होंने राजधानी समेत पूरे प्रदेश के एसपी और पुलिस आयुक्त को फरमान जारी सभी को 9 अगस्त के दिन में रिलीव करने के लिए कहा। इसका असर ऐसा हुआ कि इस आदेश के कुछ घंटों में राजधानी से करीब छह टीआइ को तत्काल रवानगी दे दी गई।
तीन साल से जमे इंस्पेक्टरों के किए गए थे तबादले
हम बता दें कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आगामी चुनाव को देखते हुए 19 जुलाई को एक स्थान पर तीन साल से ज्यादा समय से जमे इंस्पेक्टरों के तबादले शहर से बाहर किए गए। इसमें राजधानी के करीब 45 इंस्पेक्टर के तबादले किए गए थे। लेकिन तबादला होने के बाद भी वह शहरी क्षेत्र के थाने छोड़ने को तैयार नहीं थे। अधिकारी भी इसको लेकर गंभीर नहीं थे और मामले को आगे बढ़ा रहे थे। उधर दूसरे जिलों से रवानगी लेकर कई इंस्पेक्टर राजधानी में आमद दे चुके थे।
अब जाकर नई जगह ज्वाइन करेंगे
जब पुलिस मुख्यालय को कई जिलों से ऐसी जानकारी मिली तो यह कठोर आदेश जारी कर दिया गया। तब जाकर राजधानी के टीआइ को एकतरफा उनके नए जिले में ज्वाइन करने के लिए रवानगी दे दी है। अब इन रिक्त जिलों में नए सिरे से पदस्थापना की जाएगी।