नरहरपुर विकासखंड में बने हॉस्टल में रह रहे बच्चे परेशान हैं। मंगलवार को कई छात्र स्कूल ड्रेस में कांकेर कलेक्टर ऑफिस पहुंच गए. छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल के अधीक्षक हॉस्टल की समस्याओं को सही नहीं कर रह रहे हैं। भोजन में सब्जी एक ही बार दी जाती है। दोबारा मांगने पर नहीं दी जाती है। छात्रों ने कलेक्टर ऑफिस में प्रभारी सहायक आयुक्त से मुलाकात कर हॉस्टल की समस्याओं की जानकारी दी, नरहरपुर विकासखंड के बासनवाही गांव में 50 सीटर प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास है। यहां वर्तमान में 26 छात्र रहते हैं। हॉस्टल के छात्र स्कूल ड्रेस के साथ बस से कांकेर पहुंचे। बच्चे सीधे कलेक्टरेट स्थित सहायक आयुक्त कार्यालय पहुंचे। यहां अफसरों से हॉस्टल अधीक्षक रामसिंह केसरा की शिकायत करते हुए हॉस्टल की समस्याएं बतायीं। छात्रों का कहना है कि हॉस्टल भवन की स्थिति अच्छी नहीं है। पानी का रिसाव होता है। 6 कमरों में से 3 कमरों का ही उपयोग हो रहा है। दो कमरों के पंखे बंद पड़े हैं। बाथरूम में पानी नहीं आता है। एक बाथरूम में लाइट तक नहीं है। खिड़कियां टुट चुकी हैं। दरवाजे खराब हो चुके हैं। एक बाथरूम का तो दरवाजा ही गायब हो गया है। छात्र अखिलेश्वर कोर्राम, दिलशान शोरी, मनीष कोर्राम, देवव्रत वट्टी, दुर्गेश निषाद, जयप्रकाश धुरव, देवत्रत नागेश, प्रियांश मरकाम ने कहा हॉस्टल में सब्जी पर्याप्त मात्रा में नहीं दी जाती है। हॉस्टल अधीक्षक से कहने पर वे ध्यान नहीं देते। प्रभारी सहायक आयुक्त मनीष मिश्रा ने कहा हॉस्टल अधीक्षक के खिलाफ बच्चे शिकायत लेकर पहुंचे थे। हॉस्टल अधीक्षक को बुलाकर हिदायत दी गई है। हॉस्टल में जो भी समस्या है निराकरण किया जाएगा।