जल-थल-नभ पर लहराया तिरंगा : मंत्री सारंग
भोपाल : आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर हर घर तिरंगा" अभियान में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग के नेतृत्व में भोपाल स्थित बोट क्लब से बड़े तालाब में 75 नावों के साथ तिरंगा यात्रा निकाली। अपनी तरह की अनूठी तिरंगा यात्रा में शामिल युवा 75 नावों पर सवार थे और सभी के हाथों में तिरंगा था। बड़े तालाब में नावों पर निकाली गई इस तिरंगा यात्रा का अद्भुत नजारा देखते ही बन रहा था।
हर घर के साथ थल-जल-नभ भी तिरंगामय- मंत्री श्री सारंग
मंत्री श्री सारंग ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर देश भर में "हर घर तिरंगा" अभियान में तिरंगा देश की एकता और चेतना का प्रतिनिधित्व कर रहा है। इसी तारतम्य में आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर 75 नावों के साथ तिरंगा यात्रा निकाली गई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज भारत के अतीत के गौरव, वर्तमान की प्रतिबद्धता और भविष्य के सपनों का प्रतीक है। इसकी भव्यता को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से जल-थल-नभ में तिरंगा फहराया गया।
बड़े तालाब के बीचों बीच लहराया तिरंगा
मंत्री श्री सारंग के नेतृत्व में 75 नाव बोट क्लब से एक पंक्ति में बड़े तालाब के मध्य में पहुँची। लबालब बड़े तालाब में नाव पर लहराते तिरंगे देश-भक्ति का जज्बा पैदा कर रहे थे। पूरा दृश्य देख कर बोट क्लब पर खड़े नागरिकों ने हर्षध्वनि के साथ भारत माता की जय के नारे लगाये।
यात्रा के समापन पर युवाओं ने किया मंत्री श्री सारंग का अभिवादन
लगभग 2 घण्टे तक चली इस अनूठी तिरंगा यात्रा का समापन बोट क्लब पर हुआ। बड़ी संख्या में युवाओं ने मंत्री श्री सारंग का भारत माता के जयघोष के साथ अभिवादन किया।
ड्रोन से नभ में लहराया तिरंगा
अपनी तरह की अनूठी तिरंगा यात्रा में जहाँ एक ओर नाव पर तिरंगा लहरा रहा था, वहीं दूसरी ओर बड़े तालाब के समीप ड्रोन से तिरंगा फहराया गया। साथ ही बोट क्लब के समीप बड़ी संख्या में युवाओं ने बाइक पर तिरंगा यात्रा निकाली। देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत तिरंगा यात्रा में जल-थल-नभ राष्ट्रीय ध्वज सम्पूर्ण वैभव के साथ लहराता नज़र आ रहा था।
एसडीआरएफ और पुलिस प्रशासन ने किये सुरक्षा इंतज़ाम
एसडीआरएफ और पुलिस की टीम द्वारा 75 नाव पर सवार प्रत्येक व्यक्ति को लाइफ जैकेट प्रदान किये गये। सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए।
75 नाव की तिरंगा यात्रा में भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, एसडीआरएफ, पुलिस प्रशासन के अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए।