नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बरेली के कुख्यात अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्कर मुहम्मद रफी उर्फ बाबू खान गिरोह से जुड़े दिल्ली के रिसीवर मुहम्मद नदीम खान को गिरफ्तार किया है। इस पर दिल्ली पुलिस की ओर से एक लाख रुपये का इनाम था। कोर्ट ने भी उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था। गिरोह के तीन बदमाशों को स्पेशल सेल पहले गिरफ्तार कर

डीसीपी स्पेशल सेल राजीव रंजन सिंह के मुताबिक मुहम्मद नदीम खान चौहान बांगर, सीलमपुर का रहने वाला है। इसके पिता का घर पर जूता बनाने का व्यवसाय है। नदीम पहले अपने पिता के साथ कारोबार में हाथ बंटाता था। उसी दौरान वह पिता के साथ काम करने वाले रफत हुसैन के संपर्क में आया। रफत ने जूता बनाने का व्यवसाय छोड़कर बाबू खान के लिए ड्रग्स तस्करी का अवैध धंधा करना शुरू कर दिया था।

रफत ने ही नदीम को बाबू खान से मिलवाया जिसके बाद बाबू खान ने अपनी बेटी से नदीम की शादी करा दी। उसके बाद नदीम खान ससुर के अवैध कारोबार को संभालने लगा था।पिछले साल स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि बरेली निवासी कुख्यात ड्रग्स तस्कर मुहम्मद रफी उर्फ बाबू खान बरेली से हेरोइन तस्करी का धंधा चला रहा है।

सेल ने जांच के बाद गिरोह के दो प्रमुख बदमाश शाजाद और आमिर की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इनसे 15 किलो हेरोइन बरामद की गई थी। पुलिस ने बरामद हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 60 करोड़ रुपये होने दावा किया था। इनसे पूछताछ के बाद सेल ने बाबू खान को भी 520 ग्राम हाई ग्रेड हेरोइन के साथ दबोचा था। उसकी कीमत भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में दो करोड़ होने का दावा किया गया था।

एक जनवरी को सेल को सूचना मिली कि दिल्ली का रिसीवर नदीम खान कश्मीरी गेट के पास आने वाला है। एसीपी वेद प्रकाश और इंस्पेक्टर कृष्ण कादियान के नेतृत्व में एसआइ राकेश कुमार, एएसआइ राजेंद्र सिंह, हवलदार संदीप, सिपाही अब्दुल रजक और प्रवीण की टीम ने नदीम खान को गिरफ्तार कर लिया। वह बरेली और सासाराम (बिहार) से हेरोइन की खेप प्राप्त कर उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और एनसीआर में बेचता था।