भोपाल । प्रदेश में 64523 मतदान केंद्रों में तैनात किए जा रहे हर पीठासीन अधिकारी की जिम्मेदारी होगी कि वह मतदान के दौरान हर दो घंटे में मतदान प्रतिशत की जानकारी चुनाव आयोग द्वारा तैयार किए गए मत प्रतिशत एप पर दर्ज करेगा। चुनाव आयोग द्वारा इस तरह की व्यवस्था मतदान प्रतिशत की जानकारी देर से मिलने और तथ्यात्मक रिपोर्ट जल्द एकत्र करने के लिए की है। इसके लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से विधानसभा वार मतदान केंद्रों के पीठासीन अधिकारियों से मोबाइल पर एप डाउनलोड कराने को कहा है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने सभी कलेक्टरों को लिखे पत्र में कहा है कि कलेक्टर 14 नवम्बर की रात तक हर हालत में पीठासीन अधिकारियों से मत प्रतिशत एप डाउनलोड कराएंगे। इस एप में मतदान केंद्र वार मतदाताओं के नाम, जेंडर आदि की जानकारी पहले से दर्ज है। मतदान की गतिविधियों और दो दो घंटे की जानकारी भेजने के लिए सीईओ एमपी इलेक्शन द्वारा बनाए गए मत प्रतिशत एप के माध्यम से मतदान दल के पीठासीन अधिकारियों द्वारा उनके मतदान केंद्र की जानकारी एप के माध्यम से दर्ज की जाएगी।
यह काम करेंगे पीठासीन अधिकारी
पीठासीन अधिकारी मतदान दलों के मतदान सामग्री स्थल से रवाना होने से लेकर वहां पहुंचने, मतदान कराने, मतदान केंद्र से मतदान सामग्री जमा करने वाले स्थल तक आने और मतदान सामग्री जमा करने तक की पूरी जानकारी इस एप में दर्ज करेंगे। कलेक्टरों और रिटर्निंग अफसरों के लिए आयोग ने इस एप में एक डैशबोर्ड बनाया है जिसके माध्यम से वे यह देखेंगे कि पीठासीन अधिकारियों द्वारा सही जानकारी अपडेट के रूप में दर्ज की जा रही है। यह काम मतदान दल रवाना होने से वापस लौटने तक करना होगा। आयोग ने इसको लेकर रिटर्निंग अधिकारियों से कहा है कि 14 नवम्बर तक सभी पीठासीन अधिकारियों के मोबाइल पर एप डाउनलोड किया जाना जरूरी होगा। 15 नवम्बर की रात 11 बजे के पहले तक मतदान केंद्र वार पीठासीन अधिकारियों के विधानसभा क्षेत्र का नाम, मतदान केंद्र क्रमांक और मोबाइल नम्बर की सूची अंग्रेजी फोंट में ही दर्ज करके मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को भेजनी होगी।
यह करना होगा रिटर्निंग अफसरों को
आयोग ने कहा है कि 16 नवम्बर को सुबह 11 बजे द्वारा की जाने वाली मतदान सामग्री वितरण की जानकारी इस एप पर दर्ज की जानी है। इसी दिन अगर पीठासीन अधिकारी का मोबाइल नम्बर बदलने की स्थिति हो तो उसे बदला भी जा सकेगा। रिटर्निंग अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वे अपने क्षेत्र के पीठासीन अधिकारियों से मत प्रतिशत एप डाउन लोड कराने के साथ उसकी समय समय पर समीक्षा कर रिपोर्ट देंगे। रिटर्निंग अधिकारी सेक्टर अधिकारियों को निर्देशित करेंगे कि अगर कोई दिक्कत पीठासीन अधिकारियों को होती है तो उसका समाधान कराएंगे।
ये जानकारियां भी दर्ज होंगी एप में
एप में पीठासीन अधिकारियों की ओर से जो अन्य जानकारियां दर्ज की जाना हैं, उनमें 16 नवम्बर को मतदान दल रवाना होने और मतदान दलों के मतदान केंद्रों पर पहुंचने पर हां लिखकर बताना होगा। उन्हें 17 नवम्बर को मॉक पोल शुरू होने और मॉक पोल खत्म हो जाने की जानकारी भी एप पर हां लिखकर बतानी होगी। इसके आधार पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सभी मतदान केंद्रों की रिपोर्ट लेकर चुनाव आयोग को अपडेट करते रहेंगे।