दिवाली के दिन ही घी के दिया क्यों जलाए जाता है
दिवाली हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्योहार है। दिवाली के त्योहार की तैयारियां काफी पहले से ही शुरू हो जाती हैं। दिवाली के लिए कई दिन पहले से ही घर और आसपास की साफ-सफाई की जाती है, वहीं दिवाली के दिन सजावट की जाती है, ढेर सारे दीपक जलाए जाते हैं.
दिवाली के दिन हर घर दीयों की रोशनी से जगमगा उठता है। क्या आपने कभी सोचा है कि दिवाली पर दीपक क्यों जलाए जाते हैं या दीपक जलाने के क्या फायदे हैं?
दीपक जलाने के फायदे
दिवाली का त्योहार कार्तक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक रहता है। इसके साथ ही दिवाली का दिन कार्यसिद्धि के लिए भी खास माना जाता है. दिवाली पर दीपक जलाने के कई फायदे हैं. दरअसल, दिवाली के दौरान साफ-सफाई के कारण कई कीटाणु बाहर आ जाते हैं। दीपक जलाने से पर्यावरण के जीव-जंतु मर जाते हैं। दूसरी ओर, अधिक दीपक जलाने से परिवेश का तापमान बढ़ जाता है। सर्दियों के दौरान हवाएँ तेज़ होती हैं। दीपक जलाने से हवा हल्की और स्वच्छ होती है।
घी और तेल का दीपक जलाना लाभकारी होता है
आपने देखा होगा कि दिवाली पर सभी दीपक तेल से जलाए जाते हैं लेकिन एक दीपक घी से जलाया जाता है। आखिर इसके पीछे क्या वजह है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सरसों की मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल डालकर जलाने से शनि और मंगल ग्रह मजबूत होते हैं। इससे जीवन की परेशानियां दूर होती हैं, जीवन में सुख-समृद्धि और धन की वृद्धि होती है। वहीं गाय के घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इससे मां लक्ष्मी की बहुत कृपा होती है और धन लाभ मिलता है। इसलिए मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए दिवाली पर गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए।