नई दिल्ली । पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ही बराबर जीत मिलती रही है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित यहीं से चुनाव जीतते थे। 2014 से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। गौतम गंभीर यहां के सांसद हैं। हालांकि 2024 का लोकसभा चुनाव वह नहीं लड़ेंगे। उन्होंने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है। पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से एक है। यह सामान्य श्रेणी की सीट है, जिसमें शहादरा जिले और दक्षिणी पूर्वी दिल्ली जिले के कुछ हिस्से आते हैं। यहां की साक्षरता दर 77।09 फीसदी है। पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 10 सीटें आती हैं। इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों का ही दबदबा रहा है। दोनों पार्टियों के बीच यहां पर कांटे की टक्कर रही है। पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट 1966 अस्तित्व में आई। फिलहाल इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर यहां के सांसद हैं। हालांकि उन्होंने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है। वह 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। 2024 के चुनाव में यहां से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप कुमार उतरेंगे। वह आम आदमी पार्टी के नेता हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गौतम गंभीर ने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को हराया था। गंभीर को कुल 6,95,109 वोट मिले थे तो लवली को 3,04,718 वोट मिले थे। यानी गंभीर ने 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट 1966 में अस्तित्व में आई। यहां पर पहला चुनाव 1967 में हुआ। भारतीय जनसंघ के हरदयाल देवगन ने जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के बी मोहन को हराया। 1971 के चुनाव में कांग्रेस ने पलटवार करते हुए जीत दर्ज की। एचकेएल भगत सांसद बने। 1980 के चुनाव में एचकेएल ने फिर जीत हासिल की। 1984 के चुनाव में एक बार फिर बाजी कांग्रेस के हाथ लगी। 1989 में यहां से एचकेएल भगत ने फिर से जीत हासिल हुए करते हुए निर्दलीय चांद राम को हरा दिया। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ही बराबर जीत मिलती रही है। यहां की जनता ने दोनों पार्टियों को कभी लगातार निराश नहीं किया है।