मप्र नहीं छोड़ूंगा - कमल नाथ
भोपाल| भले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चल रही कयासबाजी में मध्य प्रदेश इकाई के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ का नाम लिया जा रहा हो मगर उन्होंने साफ कर दिया है कि वे मध्य प्रदेश नहीं छोड़ेंगे।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, मैं पहले भी कह चुका हूं कि मैं मध्यप्रदेश नहीं छोड़ना चाहता हूं , 12 माह बचे हैं और यदि मैं कोई जिम्मेदारी लेता हूं तो मेरा ध्यान मध्य प्रदेश से हटेगा। अभी मेरा पूरा फोकस सिर्फ मध्यप्रदेश पर है, मैं अपना ध्यान मध्यप्रदेश से हटाना नहीं चाहता।
राजस्थान में मचे सियासी घमासान पर उन्होंने बताया कि, मेरी खुद अशोक गहलोत जी से बात हुई है, उन्होंने कहा कि मैंने तो बैठक बुलाई थी। कुछ लोगों ने अनुशासनहीनता की है तो उनको शोकाज नोटिस जारी हो गए हैं। वहीं पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट दे दी है।
केंद्र सरकार की पीएफआई को लेकर की गई कार्रवाई के सवाल पर कमल नाथ ने कहा, यदि कोई सबूत है कि वह आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है, आतंकवादी संस्थाओं से जुड़े हैं, तब पीएफआई हो या कोई भी संगठन हो, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कमल नाथ ने कहा, आज आतंकवाद बड़े खतरे की बात है और आम जनता को तो सुरक्षा चाहिए और यदि इतने वर्षों से पीएफआई की गतिविधियां चल रही थीं तो यह आपका इंटेलिजेंस फेल्यूअर है, आप इतने वर्षों से क्या कर रहे थे। यह कोई आज तो पैदा नहीं हुई, इसका रजिस्ट्रेशन कब से हुआ है यदि यह पहले से ही आतंकवादी संस्थाओं से जुड़ी हुई थी तो आप इतने वर्षों से क्या कर रहे थे, आज यह सवाल सामने है?
राज्य में 46 नगरीय निकायों के लिए मतदान हो चुका है और गुरुवार को 30 सितंबर को नतीजे आने वाले हैं। इन चुनाव को लेकर कमल नाथ ने कहा, हमारे सभी नेता लगे हुए थे, भाजपा ने पुलिस, प्रशासन, पैसे का इन चुनावों में भी जमकर दुरुपयोग किया। हमारा फोकस हर पर चुनाव रहता है और आगामी विधानसभा चुनाव पर भी हमारा मुख्य फोकस है।
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कमल नाथ ने कहा, यात्रा को बेहद सफलता मिल रही है और यह सफल रहेगी, क्योंकि आज जनता में बेहद आक्रोश है। मीडिया की राजनीति से अब जनता प्रभावित होने वाली नहीं है क्योंकि जनता समझदार है। आज भाजपा बेरोजगारी की बात नहीं करती, किसानों की बात नहीं करती, छोटे व्यापारी की बात नहीं करती है, यह तो जनता को गुमराह करने के लिए विभिन्न मुद्दों को सामने लाते हैं।