मध्य प्रदेश में जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है जनता के मिजाज में बदलाव देखने को मिल रही है। चुनावी सभाओं और मीडिया के बयानों से इतर जनता का रूझान भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की ओर बढ़ रहा है। पहले भले ही कुछ सर्वे में मध्य प्रदेश में बराबरी की टक्कर की बात कही जा रही थी, लेकिन हालिया सर्वे में भाजपा को 124 सीट के साथ बहुमत मिलने की उम्मीद है। पोलस्टर्स इंडिया के इस सर्वे में खास बात यह है कि कांग्रेस की कुल सीट 100 से नीचे बताई जा रही है। यानी भाजपा और कांग्रेस में हार-जीत का अंतर बढ़ता जा रहा है। पैंतीस हजार से अधिक सैंपल के जरिए यह सर्वे 2 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच मध्य प्रदेश में किया गया है।
भाजपा पर भरोसा, कांग्रेसियों को नकारा 

कॉन्ग्रेस में 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच खींचातानी और अंदरूनी कलह को भी पार्टी के खराब प्रदर्शन का कारण माना गया है। 44% ने कहा कि उनका कार्यकाल अच्छा है, जबकि 21% ने ही पूर्व सीएम कमलनाथ के कार्यकाल को उनसे बेहतर बताया। केंद्र सरकार के कामकाज के कारण भी भाजपा को फायदा हो रहा है। जहाँ 54% उत्तरदाताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रदर्शन को उत्कृष्ट बताया, वहीं 35% ने कहा कि उनका काम संतोषजनक है।

  

डबल इंजन सरकार पर जनता का अधिक है भरोसा 


महिलाओं के लिए किए गए काम साबित हो रहे हैं गेमचेंजर 

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने जो महिला कल्याण योजनाओं पर अधिक फोकस किया। प्रदेश की करोड़ो महिलाओं-बेटियों को उन योजनाओं से लाभ मिला है, उसका सीधा असर इस चुनाव में देखने को मिल रहा है। 

भाजपा निकल रही है काफी आगे 

‘पोल्स्टर्स इंडिया’ के ओपिनियन पोल के हिसाब से महिला मतदाताओं के बीच भाजपा 20% से आगे है। इतना ही नहीं, OBC और जनजातीय समाज के बीच भी भाजपा आगे दिख रही है। 41% मतदाताओं ने कहा है कि मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान का प्रदर्शन उत्कृष्ट है, वहीं 36% ने कहा कि उनका काम संतोषजनक है। ये सर्वे 3 अक्टूबर से लेकर 30 अक्टूबर के बीच 35,268 सैम्पल लेकर किया गया। इसमें पाया गया कि कॉन्ग्रेस पर भाजपा की बढ़त 5% है, जो उसे चुनाव जीता सकता है।

2018 के मुकाबले भाजपा को मिल रहा है लाभ 

2018 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले उसका वोट 3.1 प्रतिशत बढ़ जाएगा। वहीं कॉन्ग्रेस के वोट शेयर में 2.1% की कमी आने की उम्मीद है। भाजपा को जहाँ 44.7% वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है, वहीं कॉन्ग्रेस का वोट शेयर 39.4% रहने की उम्मीद है। बीच में 15 महीने छोड़ दें (जब कमलनाथ CM थे) तो भाजपा यहाँ 19 वर्षों से सत्ता में है। जहाँ 31% मतदाताओं ने कहा कि भाजपा की जन-कल्याणकारी योजनाएँ गेमचेंजर साबित होंगी, जबकि 34% ने कहा कि इसका प्रभाव पड़ेगा।