सरस्वती शिशु मंदिर में वार्षिकोत्सव का हुआ आयोजन, बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुतियां 

ब्यावरा। ये बच्चे अभी कच्ची मिट्टी के समान है। इनको संस्कारशील करना हम सब की जिम्मेदारी है। शिक्षा के साथ उनके गुणों का विकास भी होना चाहिए। यह कार्य शिशु मंदिर कई वर्षों से कर रहा है। सरस्वती शिशु मंदिर में आने वाली पीढ़ी को संस्कारवान बनाया जा रहा है। यह बात मध्यप्रदेश सरकार में राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार ने सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि सरस्वरी शिशु मंदिर के विद्यार्थियों ने इतिहास रचा है।

 

यह सब हमारे विचारों का परिणाम है। गुलामी के कालखण्ड में शिक्षा पध्दति को बदला गया। शिक्षा को व्यवसाय बनाया गया। लेकिन सरस्वती शिशु मंदिर ने पीढी को संस्कारित एवं राष्ट्रभक्त बनाया है।अंग्रेजो की शिक्षा पद्धति कम्युनिस्ट विचारों से प्रभावित थी। अब पुनः नई शिक्षा नीति से बदलाव होगा। पुराने समय में भारत की शिक्षा पद्धति विश्व में पूज्यनीय थी। कई देशों से विद्यार्थी यहां अध्ययन के लिए आते थे। अब पुनः शिक्षा नीति में व्यापक परिवर्तन हुआ है उसका परिणाम आने वाले समय मे आएगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में संत नीलेश महाराज उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रांतीय सह सचिव चंद्रकांत त्रिपाठी ने की। अतिथियों का स्वागत सचिव अशोक दांगी एवं प्राचार्य संजय मकराडिया ने किया। जबकि अतिथियों का परिचय सह सचिव मुकेश सेन ने कराया। संचालन बरखा पंवार ने किया। 

संस्कारों से चलता है मनुष्य जीवन- 

 

उन्होंने कहा कि संस्कार से ही मानव जीवन चलता है। मनुष्य जिस क्षेत्र में रहता है उसके संस्कार जीवन भर साथ रहते है। ये संस्कार सरस्वती शिशु मंदिर में मिलते है। जो जीवन भर काम आते है। यहां श्रेष्ठ व्यक्ति का निर्माण होता है। कार्यक्रम को संस्था के अध्यक्ष विद्या भारती के प्रांतीय सह सचिव चंद्रकांत त्रिपाठी में भी संबोधित किया। उन्होंने विद्यालय की गतिविधियों से सबको परिचित कराया। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र से ब्यावरा सरस्वती शिशु मंदिर सीबीएसई के माध्यम से शुरू होगा। विद्यालय में चल रहे निर्माण कार्य के लिए राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार ने विधायक निधि से 5 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की। उक्त आयोजन में जहां नन्हे बाल कलाकारों ने नृत्य, नाटिका एवं अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में कई गणमान्य नागरिक, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यगण, पालकगण उपस्थित थे।