अडानी ग्रुप की कंपनी अडानीकनेक्स की योजना 10 साल में 1,000 मेगावॉट के डाटा केंद्र बनाने की है। यह देश में उद्योग के मौजूदा आकार का दोगुना है कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। अडानीकनेक्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं डाटा केंद्र कारोबार प्रमुख संजय भूटानी ने कहा कि कंपनी के पहले सात डाटा केंद्र मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, बेंगलुरु और पुणे में बनाए जाएंगे।
भूटानी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हम 1,000 मेगावॉट के डाटा केंद्र बना रहे हैं। अभी उद्योग का आकार 550 मेगावॉट है। हमारी कारोबारी योजना अगले एक दशक में 1,000 मेगावॉट के डाटा केंद्र बनाने की है।’’ डाटा केंद्रों की क्षमता का आकलन उनके द्वारा खपत की जाने वाली बिजली के आधार पर किया जाता है। बाजार शोध कंपनी एरिज्टन के अनुसार, 2021 में भारत में डाटा केंद्रों का बाजार 447 मेगावॉट था। यह मूल्य के हिसाब से 10.9 अरब डॉलर बैठता है।
भूटानी ने बताया कि पहले सात डाटा केंद्र छह शहरों में स्थापित किए जाएंगे जिनकी क्षमता 450 मेगावॉट की होगी। ये अगले तीन साल में अस्तित्व में आएंगे। वहीं 550 मेगावॉट के अन्य डाटा केंद्र दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में खोले जाएंगे।