लॉटरी के निकाले जाने के बाद सीट आवंटन की सूचना संदेश के माध्यम से फोन पर भी भेजी जाएगी। बच्चे के लिए जिस स्कूल का आवंटन किया जाएगा, अभिभावकों को वहीं जाकर दाखिला लेना होगा।

निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी और पहली कक्षा में आर्थिक पिछड़े वर्ग व वंचित वर्ग की 25 फीसदी सीटों पर दाखिले का इंतजार मंगलवार (आज) खत्म हो जाएगा। शिक्षा निदेशालय दाखिले के लिए पहला कंप्यूटराइज्ड ड्रा सुबह 11 बजे निकालेगा। इस ड्रा में चयनित होने वाले बच्चों को शिक्षा निदेशालय स्कूल का आवंटन करेगा। इसके बाद अभिभावकों को तय तिथि पर स्कूल जाकर अपने बच्चे का दाखिला कराना होगा।  

1700 निजी स्कूलों में इन कक्षाओं की करीब चालीस हजार सीटों पर दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 10 फरवरी से शुरू हुई थी। पूर्व निर्धारित शेड्यूल के अनुसार ऑनलाइन आवेेदन करने की अंतिम तिथि 25 फरवरी थी। इसके बाद आवेदन की तिथि को छह मार्च तक के लिए बढ़ा दिया गया था। अब लॉटरी के निकाले जाने के बाद सीट आवंटन की सूचना संदेश के माध्यम से फोन पर भी भेजी जाएगी। बच्चे के लिए जिस स्कूल का आवंटन किया जाएगा, अभिभावकों को वहीं जाकर दाखिला लेना होगा। स्कूल किसी भी बच्चे को दाखिले से मना नहीं करेंगे। दाखिले के लिए अभिभावकों को अपने बच्चों के दस्तावेज भी तैयार रखने होंगे।

दो लाख से अधिक आवेदन आए हैं

निदेशालय को इन सीटों पर करीब दो लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। पहले ड्रा में 25 हजार से अधिक सीटों का आवंटन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि एक लाख वार्षिक आय से कम आय वाले ईडब्लयूएस के अभिभावकों के बच्चों, डीजी श्रेणी के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग (नॉन क्रीमी लेयर), अनाथ, ट्रांसजेंडर व एचआईवी प्रभावित बच्चों को 22 फीसदी सीटों पर दाखिले अवसर मिलता है।