मुंबई । देश में नौकरियों के संकट के बीच एक साल में 15 हजार तकनीकी पेशेवर कर्मचारी कनाडा चले गए हैं। एक ‎रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक 15,000 से अधिक भारतीय तकनीकी पेशेवर कर्मचारी कनाडा चले गए हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि देश में एक तरफ तकनीकी उद्योग में नौकरियों की कमी है, तो दूसरी तरफ कनाडा में तकनीकी पेशवर के लिए अवसरों की भरमार है। एक संयुक्त रिपोर्ट में बताया गया है कि माइग्रेशन के आंकड़ों में आया यह उछाल कनाडा के विस्तारित तकनीकी कार्यबल में भारत का सबसे बड़ा योगदान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 32,000 से अधिक तकनीकी पेशेवरों में से 15,097 ने कनाडा को अपने नए घर के रूप में चुना है। यह देश तकनीकी उद्योग का नया आकर्षण बन रहा है। माइग्रेशन कर कनाडा में आए तकनीकी पेशेवरों के आंकड़े में भारत के बाद नाइजीरिया का स्थान है। इस अवधि में वहां से 1808 कर्मचारी कनाडा आकर बसे हैं। ‎रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञ इसकी वजह कनाडा की इमिग्रेशन फ्रेंडली पॉलिसी और लेबर कॉस्ट को बता रहे हैं। मिसिसॉगा और मॉन्ट्रियल दो कनाडाई शहर हैं जहां सबसे ज्यादा तकनीकी पेशेवर दुनियाभर के देशों से माइग्रेट कर बसते हैं। मिसिसॉगा में करीब 1,000 से अधिक आईटी फर्म हैं, जहां 300,000 से अधिक तकनीकी विशेषज्ञों का प्रभावशाली कार्यबल मौजूद है। मॉन्ट्रियल ने वर्ष 2015 से 2020 के बीच अपने तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र में 31 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। भारत और नाइजीरिया के बाद ब्राजील के भी तनीकी पेशेवरों की बड़ी तादाद कनाडा में है।