नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने एलजी वीके सक्सेना के खिलाफ जमकर हमला बोला है। पार्टी का कहना है कि उनके पास मुख्यतया दो ही जिम्मेदारी हैं- पुलिस और डीडीए, लेकिन वह इन दोनों ही जिम्मेदारियों को निभाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। यह बात अलग है कि उन्हें निर्वाचित सरकार के कामकाज में अड़ंगे लगाना खूब आता है।

दिल्ली की कानून व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त

कुछ ही देर पहले पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान वरिष्ठ नेता और सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से दिल्ली की कानून व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो गई है। आलम यह है कि देश में सबसे ज्यादा अपराध दर यहीं पर है। देश में जहां यह आंकड़ा प्रति एक लाख पर 258 है।

वहीं दिल्ली में सात गुना ज्यादा 1832 है। इनमें 1179 मामले आपराधिक हैं। देश के कुल महिला अपराध का भी 30 प्रतिशत दिल्ली में ही है। इस पर भी हैरानी यह कि दिल्ली पुलिस के रिक्तियां 5.5 हजार से बढ़कर 13 हजार से ज्यादा हो गई हैं और पुलिस का बजट भी साढ़े चार प्रतिशत घटा दिया गया है। लेकिन एलजी साहब को सुध ही नहीं है। आप ने कहा कि भाजपा के ही जिस व्यक्ति की शिकायत पर एलजी ने सीएम के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है, वह मामला भी पुराना और फर्जी है। पन्नू भी भाजपा का गवाह बन गया है।

आप का कहना है कि एलजी निर्वाचित सरकार पर अंगुली उठाने, मंत्रियों को चिठी लिख लिखकर ज्ञान देने और भाजपा के साथ मिलकर सीएम के खिलाफ साजिश करने की जगह अगर अपने मूल काम पर ध्यान दें तो शायद दिल्ली के लिए अच्छा होगा। हर जगह भ्रष्टाचार ढूंढने वाले एलजी एक बार अपनी पुलिस की सच्चाई भी जान लें।