नई दिल्ली । करोड़ों रुपए खर्च कर जी20 के दौरान विकास मार्ग का सौंदर्यीकरण किया गया था। मगर 30 दिन के अंदर ही हालात पहले जैसे हो गए हैं। पैरलल पार्किंग सिस्टम गायब है। रोड, सर्विस लेन और फुटपाथ तक में अतिक्रमण पहले की तरह हो गए हैं। लक्ष्मी नगर से कड़कड़ी मोड़ तक करीब ढाई किलोमीटर लंबे विकास मार्ग के सौंदर्यीकरण में करीब 32 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। इसमें रोड की लाइट, हरियाली के साथ गाड़ियों की अवैध पार्किंग और अतिक्रमण को रोकने के लिए सड़क किनारे करीब 4 फीट चौड़ा फुटपाथ नुमा पैरलल पार्किंग सिस्टम बनाया गया है। 225 कारों की क्षमता वाली इस पार्किंग में कार आड़ी-तिरछी नहीं, बल्कि सीधी खड़ी करने का नियम है। नियम को लागू कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने 22 जुलाई से ही कमान संभाल ली थी। अगस्त के अंत तक 550 से अधिक कारों को जब्त किया जा चुका था। 8 हजार से अधिक कारों के चालान काटे गए थे। इस कारण सितंबर की शुरुआत से इस रोड पर ट्रैफिक स्मूद हो गया था। मगर यह स्थिति 15 सितंबर तक ही देखने को मिली। उसके बाद रोड से लेकर सर्विस लेन तक में अवैध पार्किंग का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। कड़कड़ी मोड़ से निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन तक दोनों तरफ की रोड की बाईं लेन पर कारें अवैध रूप से खड़ी हो रही हैं।