लोकसभा चुनाव के चार जून को नतीजे घोषित होने से पहले ही भाजपा का खाता खुल गया है। सूरत से कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुंभानी का परचा रद्द होने और बाकी 8 निर्दलीय उम्मीदवारों के नाम वापस लेने के बाद भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। दरअसल, कांग्रेस प्रत्याशी के तीन प्रस्तावकों ने चुनाव आयोग से शिकायत कर नामांकन पत्र में जाली हस्ताक्षर के आरोप लगाए थे। यहां सात मई को मतदान होना था। सूरत सीट से दस उम्मीदवारों ने नामांकन किया था। भाजपा प्रत्याशी दलाल ने भी प्रस्तावकों के जाली हस्ताक्षर की शिकायत की थी। चुनाव अधिकारी ने कुंभानी को प्रस्तावकों के साथ बुलाया था, पर वह पेश नहीं कर पाए।भाजपा के मुकेश दलाल पिछले 12 साल में निर्विरोध लोकसभा चुनाव जीतने वाले पहले उम्मीदवार बन गए हैं। साथ ही भाजपा के पहले उम्मीदवार भी बन गए हैं। दलाल समेत 1951 से अब तक बिना किसी चुनावी लड़ाई के संसदीय चुनाव जीतने वालों की संख्या करीब 35 हो गई है। हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों में 10 भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध जीते थे।