रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बाद छत्तीसगढ़ भाजपा ने अब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आखिरी यात्रा निकालने की रणनीति बना ली है। शाह के मार्गदर्शन के बाद भाजपा नेताओं ने अगले दो महीने की चुनावी रणनीति तय की है। अगस्त में जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत केंद्रीय नेताओं की सभी संभाग में सभा होगी।

वहींं सितंबर के पहले सप्ताह से छत्तीसगढ़ के दक्षिण क्षेत्र बस्तर और उत्तर सरगुजा से एक साथ यात्रा निकलेगी। इस यात्रा का समापन रायपुर में होगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सभी वर्गों के हित में काम करना चाहती है। अपने विकास के एजेंडे को लेकर हम आगामी चुनाणी रणनीति के तहत लोगों के बीच में जाएंगे। यह यात्रा और सभा के स्वरूप में होगा।

चुनावी वर्ष में भाजपा की यह पहली यात्रा नहीं है। इसके पहले जून में भी छत्तीसगढ़ भाजपा ने आदिवासी पुरखौती सम्मान यात्रा निकाली थी। इस यात्रा के जरिए आदिवासी मतदाताओं का ध्यान आकृष्ट कराने को शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद गुंडाधूर, शहीद गैंद्र सिंह, माता राजमोहनी देवी, संत गाहिरागुरु की जन्म स्थली से जिला मुख्यालयों तक आदिवासी पुरखौती सम्मान यात्रा निकाली गई थी। पार्टी सूत्रों की मानें तो छत्तीसगढ़ भाजपा की इस यात्रा में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा और उनके कामों का लेखा-जोखा होगा।

कांग्रेस ने निकाली थी संकल्प यात्रा

वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने परिवर्तन यात्रा निकाली थी। इसी यात्रा के दौरान नक्सली हमले में कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के कई नेता बलिदान हुए थे। बाद में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने संकल्प यात्रा निकाली थी। वहीं भाजपा ने विकास यात्रा निकाली थी।

अन्य राज्यों में भी निकल चुकी है यात्रा

इसके पहले गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने गुजरात गौरव यात्रा, त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में जन विश्वास रथ यात्रा निकाली थी। अभी मध्य प्रदेश में विकास यात्रा, राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जन आक्रोश यात्रा निकाल चुके हैं।