नई दिल्ली ।   संसद में 18 सितंबर से शुरू होने वाले विशेष सत्र से पहले कांग्रेस ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है। इसके पहले भाजपा भी अपने सांसदों को विशेष सत्र के लिए व्हिप जारी कर चुकी है। इससे माना जा रहा है कि इस विशेष सत्र में राजनीति चरम पर रहेगी।

केंद्र सरकार बता चुकी है एजेंडा

संसद के विशेष सत्र के लिए केंद्र सरकार अपने एजेंडे को बता चुकी है। विशेष सत्र में भारतीय संसद की 75 वर्षों की सीख, स्मृतियों, अनुभवों और उपलब्धियों पर चर्चा करेगी। इस दौरान चार विधेयकों पर भी चर्चा की जाएगी।

इन विधेयकों पर चर्चा

1 - अधिवक्ता (संशोधन) विधेयक 2023

2 - प्रेस और पुस्तक पंजीकरण विधेयक 2023

3 - डाकघर विधेयक 2023

4 - मुख्य निर्वाचन आयुक्त, अन्य निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति, सेवा शर्त विधेयक 

17 सितंबर को होगी सर्वदलीय बैठक

संसद के विशेष सत्र से पहले 17 सितंबर को 4.30 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी के अनुसार इस बात की जानकारी सभी दलों के नेताओं को ई-मेल के जरिए दे दी गई है।

18 से 22 सितंबर तक विशेष सत्र

संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा और 22 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान यहां पांच बैठके होंगी। पहले दिन पुराने संसद भवन में सभी सांसद बैठेंगे और इसके अगले दिन 19 सितंबर गणेश चतुर्थी से नए संसद भवन में कार्यवाही की शुरुआत होगी। संसद के विशेष सत्र में शून्य काल, प्रश्नकाल नहीं होगा और कोई भी निजी बिल भी पेश नहीं किया जाएगा।