इस्लामाबाद । अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि पाकिस्तान को कर्ज चुकाने में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही वैश्विक वित्तीय निकाय ने नकदी की कमी का सामना कर रहे देश की कर्ज चुकाने की क्षमता पर संदेह किया है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के बारे में वाशिंगटन स्थित बैंक का आकलन ऐसे वक्त में आया है, जब आईएमएफ सहायता दल यहां अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए पहुंचा है। इस्लामाबाद ने विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) के तहत नए राहत पैकेज का अनुरोध किया था। आईएमएफ का दल इस अनुरोध पर चर्चा के लिए आया है। एक खबर के मुता‎बिक इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान पर जारी अपनी स्टाफ रिपोर्ट में आईएमएफ के हवाले से कहा गया है कि कर्ज चुकाने की पाकिस्तान की क्षमता गंभीर जोखिमों के अधीन है, और यह नीतियों को लागू करने तथा समय पर बाहरी वित्तपोषण पर निर्भर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेष रूप से सुधारों को अपनाने में देरी, उच्च सार्वजनिक ऋण और सकल वित्त पोषण की जरूरतें और सामाजिक-राजनीतिक कारक – नीति कार्यान्वयन को खतरे में डाल सकते हैं।