रायपुर । महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में फंसे कालीचरण की रिहाई 94 दिनों बाद सोमवार रात्रि करीब 7.50 बजे हो गई। जेल परिसर के बाहर भारी संख्या में उनके समर्थक पहले से जुटे हुए थे और ओम काली के नारों की जायकारे लगाए गए।

गौरतलब है कि शुक्रवार को ही हाइकोर्ट से कालीचरण को जमानत मिल चुकी थी, लेकिन दस्तावेजों के कारण दो दिनों तक रिहाई टल गई। जेल परिसर के बाहर कालीचरण ने कहा कि कुछ नहीं बोलना चाहते....ओम काली....सब कुछ मां काली की कृपा है।

साथ ही पास खड़े समर्थकों से वे गले भी मिले। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय के बारे में इतना ही कहेंगे कि हिंदुत्व को हमें जिंदा रखना होगा। समर्थकों ने कालीचरण और राष्ट्रवाद के नारे लगाए। इतना कहते हुए वह सीधे अपने कार में बैठ गए। इसके बाद वहां से स्टेशन रोड स्थित नीलकंठेश्वर मंदिर भी गए।