माइक्रो-ब्लॉगिंग मंच कू ऐप ने स्वैच्छिक सेल्फ-वेरिफिकेशन फीचर लॉन्च किया है और इसके साथ ही यह ऐसा करने वाला दुनिया का पहला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बन गया है। कोई भी यूजर अब अपने सरकार द्वारा स्वीकृत पहचान पत्र का इस्तेमाल करके चुटकियों में प्लेटफॉर्म पर अपनी प्रोफाइल को सेल्फ-वेरिफाई कर सकता है। इस प्रक्रिया के बाद हरे रंग का टिक यूजर के अकाउंट को सेल्फ-वेरिफाई होने के रूप में पहचान देगा। 

इस फीचर के अंतर्गत यूजर्स सरकारी पहचान पत्र का नंबर दर्ज करते हैं, फिर फोन पर आने वाला ओटीपी दर्ज करते हैं और सफल प्रामाणीकरण पर अपनी प्रोफाइल में एक हरे रंग की टिक के साथ सेल्फ-वेरिफाई हो जाते हैं। यह सारी प्रक्रिया कुछ ही सेकेंड में पूरी हो जाती है। यह पूरी सत्यापन प्रक्रिया सरकार द्वारा अधिकृत थर्ड पार्टी द्वारा की जाती है। इस प्रक्रिया के दौरान कू ऐप इससे जुड़ी किसी भी जानकारी को स्टोर नहीं करता है। 

कू ऐप के सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा, “सोशल मीडिया पर विश्वास और सुरक्षा को बढ़ावा देने में कू ऐप सबसे आगे है। स्वैच्छिक सेल्फ-वेरिफिकेशन प्रणाली शुरू करने वाला दुनिया का पहला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म होने पर हमें बहुत गर्व है। यूजर्स हमारी सुरक्षित सत्यापन प्रक्रिया के माध्यम से कुछ सेकेंड में सेल्फ-वेरिफिकेशन हासिल कर सकते हैं। यह यूजर्स को अधिक प्रामाणिकता देने और प्लेटफॉर्म पर जिम्मेदार व्यवहार को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।