नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रही है, जिससे इससे निपटने की कवायद में दिल्ली सरकार समेत तमाम सिविक एजेंसियां विभिन्न उपायों को आजमा रही है। इसी कड़ी में नई दिल्ली नगर पालिका क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रयास में एनडीएमसी ने सबसे बड़े टैंक क्षमता वाले आधुनिक एंटी स्मॉग गन को अपने बेड़े में शामिल किया है, जो लगातार पानी की बौछार करते हुए हवा में मौजूद धूल-कणों को जमीन पर लाने का काम करेगी। इससे एनडीएमसी क्षेत्र में वायु प्रदूषण से निपटने में काफी मदद मिलेगी। अत्याधुनिक और सबसे बड़े टैंक वाले एंटी स्मॉग गन में 17 हजार लीटर पानी को भंडार करने की क्षमता है। जिसे टाटा कंपनी द्वारा बनाये गए सीएनजी चेचिस पर लगा कर एनडीएमसी क्षेत्र में तैनात किया गया है। बड़ी पानी की टंकी की क्षमता के कारण अब यह एंटी-स्मॉग गन स्प्रे के लिए लगातार 3 घंटे तक नॉन-स्टॉप पानी की आपूर्ति मिलने के कारण देर तक काम कर सकेगी, जिससे डेड माइलेज कम हो जाएंगे। प्रदूषण सम्भावित क्षेत्रों में पानी छिड़काव के अधिकतम कवरेज क्षेत्र के लिए इस एंटी स्मॉग गन की तोप में 45 डिग्री तक ऊर्ध्वाधर गति और 22O डिग्री तक क्षैतिज गति तक इसे घुमाया जा सकता है। एनडीएमसी की एंटी-स्मॉग गन में अब फुटपाथ , झाड़ियाँ और पौधे तक कुशलतापूर्वक छिड़काव और अन्य स्थानों को धोने और स्वच्छता उपायों इत्यादि के लिए साइड नोजल के साथ 30 से 50 मीटर तक पानी फेंकने की क्षमता रखी गई है। एनडीएमसी की नवीनतम एंटी स्मॉग गन की फॉग तोप (छिद्र) की संख्या 30 है। नोजल की संख्या और प्रति नोजल पानी का डिस्चार्ज 1.5 लीटर प्रति मिनट है। इसे 4-5 कर्मियों द्वारा दो शिफ्टों में एनडीएमसी क्षेत्र के आसपास इस्तेमाल किया जाएगा। इस एंटी स्मॉग गन का हर दिन का कुल औसत कवरेज क्षेत्र 70 किमी का होगा। इसके अलावा एनडीएमसी द्वारा एक और एंटी-स्मॉग गन/मिस्ट स्प्रे मशीन खरीदी गई थी और जिसका उपयोग एनडीएमसी क्षेत्र में पंत मार्ग में किया जा रहा है।