नई दिल्ली । दिल्ली में आईएसआईएस के आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी फरार आतंकियों की तलाश में दिल्ली में कुछ ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। एनआईए ने वांटेंड आतंकियों पर तीन लाख रुपए का इनाम रखा है। इनमें मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शैफी उज्जमा उर्फ अब्दुल्ला, रिजवान अब्दुल हाजी अली और अब्दुल्लाह फयाज शैख शामिल है। छापेमारी में पुणे पुलिस और एनआईए की संयुक्त टीम शामिल है। एनआईए की यह कार्रवाई खालिस्तानियों के खिलाफ एजेंसी के एक्शन के बीच हो रही है। खालिस्तानी-गैंगस्टर गठजोड़ पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी लगातार खालिस्तानियों पर कार्रवाई कर रही है। एजेंसी ने पिछले दिनों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर छापेमारी की है। इन राज्यों में 53 स्थानों पर छापे मारे गए, जिसका उद्देश्य विभिन्न कट्टर गिरोहों और उनके गुर्गों से जुड़े आतंक-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर गठजोड़, हथियार सप्लायर, फाइनेंसरों और रसद मुहैया कराने वालों को खत्म करने का लक्ष्य रखा है। एजेंसी लगातार खालिस्तानियों की ठिकाने से पिस्तौल, गोला-बारूद, बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री जब्त कर रही है। अगस्त 2022 से पांच मामले दर्ज होने के बाद एनआईए लगातार कार्रवाई कर रही है। इस बीच पता चला कि भारत में गिरोहों का नेतृत्व करने वाले कई गैंगस्टर विदेश भाग गए हैं, और अब वहां से अपनी आतंक और हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। एनआईए का कहना है कि ये गिरोह पाकिस्तान, यूएई, कनाडा, पुर्तगाल और अन्य देशों में स्थित ड्रग तस्करों और आतंकवादियों के साथ काम कर रहे हैं। इसमें आगे कहा गया है कि ये अपराधी भारत भर की जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर बदला लेने के लिए हत्याओं सहित गंभीर अपराधों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में लगे हुए हैं।