नई दिल्ली । दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण की तरह मंकीपॉक्स भी तेजी से फैल रहा है। अब तक भारत में इसके चार मामले सामने आ चुके हैं। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि फिलहाल भारत में मंकीपॉक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसका संक्रमण कोविड की तरह तेजी से नहीं फैलता। डॉ पाल ने कहा कि सरकार ने मंकीपाक्स संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए मंकीपॉक्स से बचने के प्रयास करते रहना होगा। नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य पॉल ने जोर देकर कहा कि मंकीपॉक्स से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यह अभी महत्वपूर्ण है कि देश और समाज इसको लेकर सतर्क रहे।
उन्होंने कहा कि देश में मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आने के बाद भारत अलर्ट पर है, जबकि कई अन्य देशों में संक्रमण की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि ‘विदेश से आने वाले लोगों में संभावित संक्रमण की पहचान करने के लिए एयरपोर्ट पर सिस्टम लगाए जा रहे हैं। साथ ही लेबोरेट्री को भी तैयार किया जा रहा है। हमने 15 लेबोरेटरी का एक सफिशिएंट डायग्नोस्टिक सिस्टम बनाया है।
संक्रमण को रोकने के उपायों के संबंध में केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच चर्चा हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि ‘हमें जिम्मेदारी से आगे बढ़ना होगा। यदि कोई व्यक्ति मंकीपॉक्स के लक्षणों को महसूस करता है, तो उसे तुरंत इलाज के लिए आना चाहिए। हमने इसको लेकर पहले ही दिशानिर्देश जारी कर दिया है। जिसके माध्यम से व्यक्तियों के सामने आने और इसकी रिपोर्ट करने के बाद उनकी देखभाल की जा सकती है। नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि दुनिया भर के 75 देशों में लगभग 16 से 17 हजार मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं। भारत में भी चार मामले सामने आए हैं और एक संदिग्ध मामले की भी जांच की जा रही है।