मुंबई | देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 8,432 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है। तदनुसार, बैंक का शुद्ध लाभ वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 62.27 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक को 5,196 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इसके अलावा, 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान ऋण देने वाले प्रमुख बैंक की शुद्ध ब्याज आय 6.48 प्रतिशत बढ़कर 30,687 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 28,820 करोड़ रुपये थी।

एसबीआई ने शनिवार को शेयर बाजार को दी गई एक नियामकीय सूचना में कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही का शुद्ध लाभ उसका अब तक का सर्वाधिक तिमाही लाभ है।

इसके अलावा, बैंक का सकल एनपीए अनुपात सालाना आधार पर 94 बीपीएस की गिरावट के साथ 4.50 प्रतिशत रहा।

नेट एनपीए अनुपात 1.34 प्रतिशत रहा, जो कि 47 बीपीएस वर्ष-दर-वर्ष से नीचे रहा। कुल मिलाकर शुद्ध एनपीए में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

बैंक ने कहा, असमायोजित आधार पर, सकल एनपीए अनुपात में सालाना आधार पर 27 बीपीएस की गिरावट आई है, जबकि शुद्ध एनपीए अनुपात में सालाना आधार पर 11 बीपीएस की वृद्धि हुई है।

इसके अलावा, इसका प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही के अंत में 88.32 प्रतिशत रहा।