लंदन । ‎जिस रहस्य को गूगल ने ब्लैक आउट करार ‎दिया था, उसे आ‎खिर एक गोताखोर ने ढूंढ ‎निकाला। बता दें ‎कि गहरे समुद्र में गोता लगाने वाले एक एक्सपर्ट ने ‘खोखले द्वीप’ के रहस्यों का खुलासा किया है, जिसे गूगल मैप पर ‘ब्लैक आउट’ कर दिया गया है। यह भी कहा जाता है कि ये छिपी हुई जगह घातक समुद्री जानवरों से घिरी हुई है। इस पर कभी किसी का कदम नहीं पड़ा, जिसका नाम वोस्टॉक द्वीप है, जो प्रशांत महासागर के मध्य में है, जिसको लेकर सालों से इस बात पर थ्योरिज रही हैं कि ये इतना काला क्यों दिखता है? एक रिपोर्ट के अनुसार, वोस्टॉक द्वीप की गूगल मैप्स के एरियल व्यू से ली गई एक तस्वीर ने सोशल मीडिया में कई अटकलों को हवा दे दी। इसके बाद लोग इस रहस्यमय ‘खोखले द्वीप’ के मामले को सुलझाने में जुटे हुए थे। कुछ लोगों ने दावा किया कि ये एक सेंसरर्श्ड जगह, टॉप सीक्रेट मिलिट्री बेस या खतरनाक ‘ब्लैक होल’ की जगह हो सकती है।
बताया जा रहा है ‎कि यह द्वीप केवल 1.3 किमी लंबा है। इसका आकार त्रिभुज जैसा है, जो ऐसा दिखता है। जैसे इसका केंद्र खोखला, काला है, क्योंकि इसके चारों ओर केवल रेतीला समुद्र तट दिखाई देता है। इस द्वीप पर अधिकांश जगह पिसोनिया पेड़ लगे हुए हैं, जो 98 फीट तक बढ़ सकते हैं। ये पेड़ द्वीप पर पहुंचने वाले ज्यादातर सूर्य के प्रकाश को रोकते हैं। बताते हैं ‎कि इसी वजह से यह द्वीप इतना काला दिखाई देता है। इस द्वीप पर पहुंचना ‎किसी इंसान के ‎लिए बहुत कठिन है।
कहा जाता है कि यह रहस्यमय स्थान संरक्षित है, जहां हजारों शार्क और बाराकुडा शिकारी मछलियां घूम रही हैं। साथ ही अन्य खतरनाक जानवर भी रहते हैं। वहां कभी भी बसने वालों का कोई संकेत नहीं मिला है। हालांकि कभी-कभार गोताखोर ने ही इस द्वीप को देखा और उन्होंने इसे एक ‘मूंगा द्वीप’ बताया है। इस द्वीप को सबसे पहले एक रूसी खोजकर्ता ने देखा था, जिसने अपने जहाज के नाम पर इसका नाम द वोस्टॉक रखा था। तब से इसे खोजने पर कई देशों ने अपना दावा पेश किया है।