नई दिल्ली । मोदी सरकार ने लोकसभा को बताया कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है और चालू वित्त वर्ष की जून 2022 तक की तिमाही में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 31 प्रतिशत अधिक कोयले का उत्पादन हुआ है।
लोकसभा में जगदम्बिका पाल के पूरक प्रश्न के उत्तर में कोयला एवं खान मंत्री प्राह्लाद जोशी ने कहा कि वर्ष 2020-21 में 71.60 करोड़ टन कोयला उत्पादन की तुलना में देश में वर्ष 2021-22 में 77.81 करोड़ टन कोयले का उत्पादन हुआ था।
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अप्रैल 2022 से जून 2022 के दौरान विद्युत मंत्रालय के अनुसार, ऊर्जा की आवश्यकता और ऊर्जा आपूर्ति के बीच अखिल भारतीय औसत अंतर मात्र 1 प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि ऊर्जा की मांग और आपूर्ति के बीच अंतर आम तौर पर देश में विद्युत उपलब्धता की अपर्याप्तता एवं वितरण नेटवर्क एवं वित्तीय बाधाएं, उत्पादन इकाइयों को बंद करने की बाध्यता आदि कारणों से होती है। कोयला मंत्री ने कहा कि इस साल घरेलू कोयला उत्पादन 90 करोड़ टन करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कई खदानों में उत्पादन बंद था, ऐसी खदानों को निजी क्षेत्र को देकर उत्पादन शुरू करने की पहल की जा रही है।