भारत को विकसित बनाने के लिए गांवों को विकसित करना जरूरी : मोदी
रीवा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत को विकसित बनाने के लिए गांवों की सामाजिक व्यवस्था को विकसित करना जरूरी है। मोदी आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर रीवा में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा कि पिछली सरकारों ने देश में पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया था, लेकिन अब पंचायतों को सक्षम बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 लाख से अधिक पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को, देश की 2.5 लाख से अधिक पंचायतों को ‘राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस’ की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आज आपके साथ 30 लाख से अधिक पंचायत प्रतिनिधि भी हमारे साथ वर्चुअली जुड़े हुए हैं। ये निश्चित रूप से भारत के लोकतंत्र की बहुत ही सशक्त तस्वीर है। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इस अमृतकाल में हम सभी देशवासियों ने विकसित भारत का सपना देखा है और उसे पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। भारत को विकसित बनाने के लिए भारत के गांवों की सामाजिक व्यवस्था को विकसित करना जरूरी है। भारत को विकसित बनाने के लिए भारत के गांवों की पंचायती व्यवस्था को भी विकसित करना जरूरी है। इसी सोच के साथ हमारी सरकार देश की पंचायत व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है।
रीवा में पीएम मोदी ने करीब 17 हजार करोड़ की लागत वाली परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। बाद में अमृत सरोवर, स्वामित्व योजना, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सहित कई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। पीएम मोदी ने 2300 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न रेल परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसके साथ ही तीन नई रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 से पहले के 10 वर्षों में केंद्र सरकार की मदद से 6,000 के आस पास ही पंचायत भवन बनवाए गए थे। पूरे देश में करीब-करीब 6,000 पंचायत घर ही बने थे। हमारी सरकार 8 वर्ष के अंदर-अंदर ही 30 हजार से ज्यादा नई पंचायतों का निर्माण करवा चुकी है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकार ने 70 से भी कम ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा। ये हमारी सरकार है, जो देश की 2 लाख से भी ज्यादा पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर ले गई है। आजादी के बाद की सरकारों ने भारत की पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त किया। जो व्यवस्था सैकड़ों वर्ष, हजारों वर्ष पहले से थी, उसी पंचायती राज व्यवस्था पर आजादी के बाद भरोसा ही नहीं किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डिजिटल क्रांति के इस दौर में अब पंचायतों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। आज ई-ग्राम स्वराज-जेम इंटीग्रेटेड पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। इससे पंचायतों के माध्यम से होने वाली खरीद की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी बनेगी। प्रधानमंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी जनता के प्रतिनिधि हैं। हम सभी इस देश के लिए, इस लोकतंत्र के लिए समर्पित हैं। काम के दायरे भले ही अलग हों, लेकिन लक्ष्य एक ही है- जनसेवा से राष्ट्रसेवा। हमें इसी भावना से काम करना है।