लोकसभा में साथ, विधानसभा में नहीं करते बात
क्षणिक लाभ और स्वार्थपूर्ति को लेकर बना I.N.D.I.A.A. गठबंधन का चरित्र सबके सामने आ रहे हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के नेताओं को कई दिनों तक झांसे में रखने के बाद भाव तक नहीं दिया। सपा नेता अखिलेश यादव का दर्द पूरी तरह से छलक रहा है और वो अब I.N.D.I.A.A. गठबंधन और कांग्रेस को बुरा भला कह रहे हैं। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसे अजीब गठबंधन बताया है।
असल में, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सीमाई इलाकों मे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के नेताओं का दखल रहा है। जैसे, उत्तर प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर मध्य प्रदेश का प्रभाव रहता है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव को यह उम्मीद थी कि चूंकि वह गठबंधन का हिस्सा हैं, इसलिए कांग्रेस उन्हें कुछ सीट देंगी। सपा की मांग करीब 6 सीटों पर थी, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कई घंटों तक इंजतार कराने और बैठक के बाद भी एक सीट नहीं दी।
दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती : शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन... अजीब गठबंधन है, दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती। जिस दिन I.N.D.I.A. गठबंधन बना था, हमने कह दिया था कि यह बेमेल गठबंधन है, घमंडिया गठबंधन है। इसमें न लोगों के विचार एक हैं और न दिल एक है। केवल मोदी जी की लोकप्रियता से घबरा कर यह बेमेल गठबंधन बना था, जो बनने के पहले ही टूट रहा है। I.N.D.I.A. गठबंधन ने मध्यप्रदेश में रैली तय की थी, जो कमलनाथ जी ने कैंसिल करवा दी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 'खराब व्यवहार' से नाराज समाजवादी पार्टी
अखिलेश यादव ने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कह दिया है कि 'उनकी पार्टी यूपी में लोकसभा चुनाव के दौरान सीट शेयरिंग पर सबसे पुरानी पार्टी को 'जैसे को तैसा' की तर्ज पर जवाब देगी। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से मध्य प्रदेश में अपने 'छोटे' नेताओं को फालतू बयान देने से रोकने को कहा। साथ ही कांग्रेस नेताओं पर बीजेपी से साठगांठ करने का आरोप लगाया। दरअसल, कांग्रेस नेता कमल नाथ और दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि 'इंडिया' गठबंधन में सभी दल बीजेपी के खिलाफ केवल लोकसभा चुनावों के लिए एक साथ आए है। उनका गठबंधन राज्यों में होने वाले विधासनभा चुनाव के लिए नहीं हुआ है। अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेताओं के बयान पर सवाल किया कि दोनों कांग्रेसी किस आधार पर इस तरह के दावे कर रहे थे, जब वे 'इंडिया' की किसी भी बैठक में मौजूद नहीं थे।