नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली के भलस्वा डेयरी थाना इलाके से हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें शनिवार की देर शाम गर्ल फ्रेंड को लेकर चल रहे विवाद में एक लड़की के दोनों प्रेमियों के बीच हुए झगड़े ने हिंसक रूप ले लिया। जिसमें एक प्रेमी समेत दो युवकों की मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान, आजाद और हिमांशु के रूप में हुई है, जबकि वीरेंद्र और साहिल नाम के दो युवक इस चाकूबाजी में घायल हो गए हैं, जिनका इलाज बाबू जगजीवन राम अस्पताल में चल रहा है। जानकारी के मुताबिक विवाद आजाद और हेमू के बीच चल रहा था। आजाद वीरेंद्र का छोटा भाई था, जबकि हिमांशु, लड़की के दूसरे प्रेमी हेमू का बड़ा भाई है। ये सभी मुकुंदपुर पार्ट-2 और जनता विहार इलाके के रहने वाले हैं। आजाद और हेमू एक ही लड़की से प्यार करते थे। दोनों उसे अपना गर्ल फ्रेंड मानते थे और इसका दावा भी करते थे। इस बात को लेकर अक्सर दोनों के बीच विवाद होता रहता था। गुरुवार को भी उनके बीच विवाद हुआ था, जिसमें आजाद ने हेमू को गर्ल फ्रेंड के सामने ही थप्पड़ मार दिया था। उसका मोबाइल भी उससे छीन लिया था। जिससे हेमू खुद को अपमानित महसूस कर रहा था। शनिवार की दोपहर भी उनके बीच झगड़ा हुआ था, जिसके बाद, शाम के वक़्त हेमू ने अपने भाई हिमांशु और दोस्तों के साथ मिल कर कमला विहार इलाके में आजाद पर चाकू से हमला कर दिया। इस दौरान पास ही मौजूद आजाद का बड़ा भाई वीरेंद्र बीच-बचाव करने वहां पहुंच गया, जिस पर भी हेमू और उसके साथियों ने हमला कर दिया। दोनों गुटों के बीच हुई इस हिंसक झड़प में हेमू के भाई हिमांशु की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि वीरेंद्र, आजाद और साहिल इसमें गभीर रूप से जख्मी हो गए। जिन्हें पीसीआर ने तुरंत ही अस्पताल पहुंचाया। घटना की सूचना मिलने के बाद बुराड़ी और भलस्वा डेयरी थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन सीमा विवाद को लेकर हिमांशु का शव कई घंटों तक मौके पर ही पड़ा रहा। आखिरकार, आला अधिकारियों के निर्देश पर भलसवा डेयरी थाने में मामला दर्ज किया गया, जिसके बाद पुलिस ने हिमांशु के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। इस दौरान आजाद की भी मौत हो गई। इस पूरे मामले को लेकर मृतक आजाद के भाई वीरेंद्र का कहना है कि वह पास में ही अपने दोस्त के घर पर था जब हेमू और उसके साथियों ने उसके भाई आजाद पर चाकू से हमला किया। शोर-शराबा सुन कर जब वह बाहर आया तो देखा कि हेमू अपने साथियों के साथ मिल कर उंसके भाई को चाकू से गोद रहा था, जिसके बाद वह उसे बचाने वहां पहुंच गया, जिसमें वह भी घायल हो गया।