सैन फ्रांसिस्को ।  राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है ‎कि चीन ने न कोई युद्ध भड़काया और न ही ‎किसी विदेशी जमीन के एक भी इंच पर कभी कब्जा किया। अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग  समूह की बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ हुए मुलाकात के बाद  चीनी राष्ट्रपति ने दावा किया किया कि पीपुल्स रिपब्लिक की स्थापना के बाद से 70 वर्षों या उससे अधिक समय में चीन ने कोई संघर्ष या युद्ध नहीं भड़काया है और न ही किसी भी विदेशी जमीन पर कब्जा किया है। हालांकि, बैठक के दौरान बाइडेन ने शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित चीन के मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चिंता जताई। व्हाइट हाउस की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति बाइडेन ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिकता और सभी देशों की अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की जिम्मेदारी को रेखांकित किया। उन्होंने शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित पीआरसी मानवाधिकारों के हनन के बारे में चिंता जताई।
बता दें ‎कि शी जिनपिंग ने इस वक्त अमेरिका के दौरे पर है। उन्होंने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी। इन दोनों देश के प्रमुखों की मुलाकात ऐसे वक्त पर हो रही है, जब दोनों देशों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण स्थिति में है।  इस बैठक के दौरान चीन की कड़ी व्यापार निगरानी और द्विपक्षीय तनाव के बारे में चिंताओं पर गौर किया जा रहा है।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने विदेशी जमीनों से जुड़ा बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ उनकी बहुप्रतीक्षित वार्ता के कुछ घंटों बाद एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) शिखर सम्मेलन के मौके पर डिनर के बाद दिया।इस दौरान दोनों नेताओं ने एक साल में पहली बार मुलाकात करते हुए तनाव कम करने का वादा किया। इसके अलावा यूएस-चाइना बिजनेस काउंसिल और यूएस-चाइना संबंधों पर राष्ट्रीय समिति की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में शी की टिप्पणियों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। आपको बता दें कि शी जिनपिंग का बयान ऐसे वक्त आया है, जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद एक विशेष मुद्दा रहा है। साल 2020 में भारतीय और चीनी सैनिक गलवान में भिड़ गए थे। मई 2020 में  चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर यथास्थिति को आक्रामक रूप से बदलने की कोशिश की थी।