मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। सिद्दीकी पिछले 48 साल से कांग्रेस का हिस्सा थे। वरिष्ठ नेता बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी ‘बाबा सिद्दीकी के नाम से लोकप्रिय हैं।
उन्होंने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा था कि, कुछ निर्णय दर्दनाक होते हैं, लेकिन उन्हें लेना पड़ता है। वे मुंबई कांग्रेस का एक प्रमुख मुस्लिम चेहरा थे। जब महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सत्ता में था, तब वे मंत्री थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा जनवरी में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हुए थे। पिछले एक महीने में मुंबई कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता नेताओं देवड़ा और 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी ने पार्टी छोड़ी है। 
बाबा सिद्दीकी ने सबसे पुरानी पार्टी छोड़ने का फैसला लेने से पहले ही अजित पवार की पार्टी में जाने का मन बना लिया था। उन्होंने एक्स पर अपने इस बड़े फैसले की घोषणा करने के तुरंत बाद कहा था, मैं अजित पवार ग्रुप के साथ जाऊंगा। मेरी यात्रा कांग्रेस से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तक होगी।
कांग्रेस को अलविदा कहते हुए सिद्दीकी ने ‘एक्स पर एक पोस्ट में कहा था- ‘‘मैं एक युवा के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ था और यह 48 वर्षों की महत्वपूर्ण यात्रा रही है। आज मैं तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।
उन्होंने कहा था- ‘‘बहुत कुछ है जिसे मैं व्यक्त करना चाहता हूं लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि कुछ चीजों को अनकहा छोड़ देना ही बेहतर है। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जो इस यात्रा में हिस्सा रहे।
यह घटनाक्रम महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दल एनसीपी के अजीत पवार गुट को इस सप्ताह की शुरुआत में चुनाव आयोग द्वारा वास्तविक एनसीपी के रूप में मान्यता दिए जाने के बाद सामने आया है। चुनाव आयोग के फैसले से अजित पवार और उनके चाचा एनसीपी के संस्थापक शरद पवार के बीच गुटीय खींचतान की अटकलें समाप्त हो गईं।